लखनऊ, मई 27 -- लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। इमरजेंसी मरीजों में लक्षणों की पहचान कर सटीक इलाज उपलब्ध कराकर सैकड़ों जानें बचाई जा सकती हैं। चाहे वो सड़क हादसे हो या कोई दूसरी घटनाएं। सीपीआर जैसी सामान्य पर अचूक जानकारी देकर भी लोगों को नया जीवन प्रदान किया जा सकता है। यह जानकारी केजीएमयू इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. हैदर अब्बास ने दी। मंगलवार को विश्व इमरजेंसी दिवस पर शताब्दी भवन में जागरूकता कार्यक्रम हुआ। डॉ. हैदर अब्बास ने कहा कि सड़क हादसे में घायलों को समय पर इलाज जरूरी होता है। लेकिन काफी मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। लोगों में जागरूकता की कमी है। लोग मदद को भी कम आते हैं। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में सीपीआर देकर मरीजों की जान बचाई जा सकती है। सोसाइटी ऑफ एक्यूट केयर ट्रॉमा एंड इमरजेंसी मेडिसिन के डॉ. लोकेंद्र गुप्ता ने ...
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