लखनऊ, जून 11 -- लखनऊ विश्वविद्यालय के योग विभाग ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तहत भारतीय संस्कृति एवं योग पर सेमिनार का आयोजन किया। मुख्य वक्ता बीएचयू आयुर्वेद संकाय के शरीर रचना विभाग के प्रोफेसर एचएच अवस्थी रहे। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति अदभुत व विलक्षण है, इसमें जीवन का रहस्य छिपा हुआ है। भारतीय संस्कृति में जीवन की उत्पत्ति, उसका विकास तथा उद्देश्यों का वर्णन है। सभी मनुष्यों को चाहिए कि योग मार्ग को अपनाते हुए जीवन में धर्म और कर्म को अपनाएं। संकाय समन्वयक डॉ. अमरजीत यादव ने बताया कि योग विद्या भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। मानवता के लिए योग एक अद्भुत सौगात है। महर्षि पतंजलि के योग दर्शन के अभ्यास से व्यक्ति के अंदर स्वास्थ्य, समृद्धि और विचारों की संपन्नता आती है। योग दर्शन के ध्यान के अभ्यास से मानसिक संकाय विकसित हो...