नई दिल्ली, अप्रैल 15 -- खाने-पीने के सामान की कीमतों में गिरावट आने से खुदरा महंगाई दर मार्च में और घटकर 3.5% पर आ सकती है। यह दर फरवरी में 3.6% थी। मिंट के सर्वे में यह अनुमान जताया गया है। अगर यह अनुमान सही साबित होता है, तो लगातार दूसरे महीने खुदरा महंगाई चार फीसदी से नीचे रहेगी। साथ ही यह कम से कम पांच वर्षों में मुद्रास्फीति में निरंतर कमी का सबसे लंबा दौर होगा। मिंट के सर्वे में भाग लेने वाले 14 अर्थशास्त्रियों ने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर के 3.3% से 3.9% के दायरे में रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, इनमें से तीन अर्थशास्त्रियों का मानना है कि फरवरी की तुलना में मार्च में मुद्रास्फीति में वृद्धि हो सकती है। आधिकारिक आंकड़े 15 अप्रैल यानी आज जारी किए जाएंगे।खाद्य कीमतों में गिरावट प्रमुख कारण एएनजेड बैंक के अर्थशास्त्र...