रामपुर, जुलाई 4 -- पिछले साल एक जुलाई से पूरे देश में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) लागू हुई थी। बीएनएस का एक साल पूरा हो गया है। इसके तहत जिले में अब तक 18 थानों में 4890 मुकदमे दर्ज हुए हैं। सबसे ज्यादा मुकदमे टांडा थाने में हुए हैं, जबकि सबसे कम साइबर क्राइम थाने में एफआईआर हुई है। एक जुलाई 2024 से भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) हुई थी। आईपीसी में 511 धाराएं थी, लेकिन भारतीय न्याय संहिता में 358 धाराएं हैं। जिले में अभी भी कई दरोगा ऐसे हैं, जो 2024 से पहले की विवेचनाएं कर रहे हैं। उन्हें वह विवेचना पुराने कानून के अनुसार करनी पड़ रही है। इसलिए उन्हें दोनों कानून साथ चलाने पड़ रहे हैं, जिसके चलते दिक्कतें हो रही हैं। पुलिस अब तक घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत जुटाना व भीड़ के किसी भी गवाह के बयान अपने अनुसार लिख लेती थी, ...