वाराणसी, नवम्बर 20 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। विश्व दर्शन दिवस की पूर्व संध्या पर आर्य महिला पीजी कॉलेज में बुधवार को विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि वसंत महिला महाविद्यालय की दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. अर्चना तिवारी ने कहा कि वर्तमान परिवेश में भारतीय संस्कृति के सनातन मानवीय मूल्य नहीं मनुष्य का व्यवहार बदल रहा है। उन्होंने कहा कि नैतिकता पर आधारित मानवीय मूल्य ही भारतीय संस्कृति की विशेषता है जो उसे पाश्चात्य संस्कृति से अलग पहचान दिलाती है। आध्यात्मिक पृष्ठभूमि में उपजा भारतीय तार्किक चिंतन मनुष्य को विश्व की एक इकाई मानकर परिवार समाज के संरक्षण में व्यक्तित्व के विकास की बात करता है। वहीं पाश्चात्य संस्कृति ज्ञान के नाम पर एकाकी जीवन जीने को बाध्य कर देती है। मुख्य अतिथि का स्वागत कॉलेज की प्राचार्य प्रो. रचना दुब...