उन्नाव, मार्च 24 -- बांगरमऊ। क्षेत्र के ग्राम गौरिया कलां में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस कथा व्यास रामदेव तिवारी ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा सनातन धर्म प्रकृति पूजा की सीख देता है। आज हर व्यक्ति प्रकृति के दोहन में लगा हुआ है। पूरा विश्व जलवायु परिवर्तन केदौर से गुजर रहा है। महाभारत में कहा गया है एक पीपल, एक नीम, एक बरगद, दस ईमली, एक कैथा, एक बेल, 3 आंवला, 5 आम में देवताओं का निवास है। इन पर वर्षा का जल जब गिरता है तो पत्तों से होता हुआ पृथ्वी पर आता है। तब रोपण करने वालों के पितरों को जल मिलता है और इससे हर घर का पितृ दोष समाप्त हो जाता है। सनातन धर्म में फसल, बाग, बागीचा, नदी, पर्वत, राजमार्ग, चौराहा आदि के भी पूजन दर्शन का विधान है।

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