किशनगंज, अक्टूबर 14 -- किशनगंज । एक प्रतिनिधि गंभीर एवं लंबी अवधि रोग जीवन के अंतिम चरण में मरीजों के लिए संवेदनशील और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल बड़ी चुनौती है। ऐसे मरीजों और उनके परिवारों के लिए हॉस्पिस और पल्लिएटिव देखभाल नई उम्मीद की किरण है। इस वर्ष विश्व हॉस्पिस एवं पल्लिएटिव देखभाल दिवस 2025 के अवसर पर सोमवार को सदर अस्पताल, किशनगंज में जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य गंभीर रोगियों और उनके परिवारों को उचित देखभाल, दर्द प्रबंधन और मानसिक सहारा उपलब्ध कराना था। इस सत्र में उपस्थित जिला गैर-संचारी रोग अधिकारी डॉ. उर्मिला कुमारी ने चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को संवेदनशील सेवा के महत्व से अवगत कराया। पल्लिएटिव देखभाल केवल इलाज नहीं है, बल्कि रोगी की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्थिति पर भी ध्यान...