गाजीपुर, जुलाई 14 -- सादात। संत निरंकारी सत्संग भवन बहरियाबाद पर रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। संत जयराम सिंह ने कहा कि चौरासी लाख योनियों में मानव योनि सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। इसी योनि में जीव जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो सकता है। इसके लिए ब्रह्म ज्ञान का होना जरूरी है, जो सतगुरु की कृपा से ही सम्भव है। मुम्बई से आए निरंकारी मिशन के प्रख्यात सूफी कौव्वाल और राकेश पाण्डेय ने अपने सूफी गीतो से श्रद्धालुओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। सत्संग का शुभारंभ सम्पूर्ण अवतार वाणी के गायन से हुआ और अनीता ने गुरू वंदना किया। ब्रांच प्रमुख अमित सहाय, दयाशंकर, दुर्गा प्रसाद यादव, रामनाथ, गरीब, कालिका प्रसाद, मुकेश कुमार, बबिता, शिवधनी, संजू, करिश्मा, राम पलट आदि रहे।

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