लखीमपुरखीरी, अप्रैल 30 -- लखीमपुर। जिले में 826 नलकूप हैं। इन नलकूपों से किसानों को सिंचाई के समय पानी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी है। सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती है। कभी नलकूप यांत्रिक दोष से खराब होने से पानी नहीं मिलता तो कहीं मोटर खराब होने से। गूल टूटी होने से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचने में परेशानी होती है। जिले में कुछ नलकूपों की मानीटरिंग सीतापुर डिवीजन से होती तो कुछ ब्लॉकों के नलकूपों की मानीटरिंग खीरी जिले से होती है। नलकूपों का सत्यापन के बाद सीडीओ ने सीतापुर व लखीमपुर के अधिशासी अभियंता को तलब किया। सीडीओ अभिषेक कुमार ने बताया कि जिले में 826 राजकीय नलकूप हैं। इनमें 198 सीतापुर डिवीजन से संचालित होते हैं जबकि 628 लखीमपुर डिवीजन से संचालित किए जाते हैं। नलकूपों के रखरखाव के लिए प्रति नलकूप 45 हजार रुपये का बजट हर साल दिया...