वाराणसी, फरवरी 26 -- वाराणसी,मुख्य संवाददाता। शहनाई की मंगल ध्वनि के साथ 34वें शिवरात्रि संगीत महोत्सव का शुभारंभ हुआ। आध्यात्मिक गुरु रमेश भाई ओझा 'भाईश्री के सानिध्य में शुरू हुए संगीत महोत्सव की पहली निशा मुम्बई से आये ख्यात संतूर वादक पद्मश्री पं. सतीश व्यास के नाम रही। पं. सतीश व्यास ने राग मालकौंस की अवतारणा की। आलाप के आरोही-अवरोही सुरों से मेलजोल बढ़ाते हुए जोड़ से वादन को विस्तार दिया। झाला वादन हमेशा की तरह लाजवाब रहा। वादन में मीड़ और गमक का काम विशेष रूप से प्रभावित करने वाला रहा। दुर्गाकुण्ड स्थित श्रीहनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय में सेठ किशोरी लाल जालान सेवा ट्रस्ट की ओर से महोत्सव का शुभारंभ जवाहर लाल एवं साथियों के शहनाई वादन से हुआ। उन्होंने शहनाई पर राग यमन, तीन ताल में बंदिश सुनाई। उसके बाद होली की धुन एवं अंत में...