उन्नाव, अक्टूबर 12 -- नवाबगंज। कुसुम्भी गांव में चल रही सात दिवसीय चंडी महायज्ञ व सन्त सम्मेलन के दूसरे दिन अयोध्या के आचार्य पं प्रदीप पाण्डेय ने यज्ञ यजमान प्राधान मनोज पांडेय को वैदिक मंत्रों से पंचांग पूंजन व मंडप प्रवेश कराया। इस दौरान आचार्य ने भक्ति ज्ञान बैराग्य की कथा का श्रवण करते हुऐ बताया जब मनुष्य को जीवन मे आपार कष्ट होता है। तब उसे ईश्वर की याद आती है। कथा कष्टो को दूर करती है। कथा सुनने से पुनः भक्ति ज्ञान बैराग्य को नए जीवन की प्राप्ति होती है। कहा कि सतचंडी यज्ञ का आयोजन करने से कई तरह के फायदे होते हैं। यज्ञ का आयोजन करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। अगर मनोवांछित फल की प्राप्ति करनी है तो समय-समय पर सतचंडी यज्ञ का आयोजन कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही यज्ञ से दैहिक, दैविक और भौतिक तीनों तरह के कष्ट दूर...