गाजीपुर, मई 26 -- सादात। संत निरंकारी सत्संग भवन बहरियाबाद पर रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। भदोही से आए संत रामजीत निरंकारी ने कहा कि संत, महापुरुष केवल संसार का भला करने के लिए धरती पर आते हैं। संत परोपकारी होते हैं। उनके अंदर दया, करुणा और प्रेम भरा होता है। अगर जगत में संत नहीं होते तो संसार जल मरता। संतों की कृपा से विधाता का विधान भी बदल जाता है। संतों की चरण धूलि माथे पर लग जाए तो माथे पर लिखे बुरे लेख भी मिट जाते हैं। संत अगर प्रसन्न होकर सच्चे मन से आशीर्वाद दे दे तो जीवन में आने वाली सारी की सारी समस्याओं का सिर्फ समाधान ही नहीं होता है बल्कि जन्म-मरण का रोग भी हमेशा के लिए मिट जाता है। सत्संग में शाखा प्रमुख अमित सहाय, जयराम सिंह, देवेन्द्र पाण्डेय, डा. केके सिंह, श्यामप्यारी सिंह, वीरेंद्र चौहान, संतोष कुमार, का...