प्रयागराज, मई 11 -- प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में 'संवैधानिक शासन : समकालीन चुनौतियां पर शनिवार को राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। संगोष्ठी में कुलपति प्रो. उषा टंडन ने कहा कि आज संविधानिक शासन के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती भ्रष्टाचार है, जो संस्थाओं की साख को गिराता है और कानून के शासन की जड़ें हिला देता है। उन्होंने सरकार की विभिन्न शाखाओं में बढ़ती वर्चस्व की प्रवृत्ति पर चिंता जताई, जो शक्ति के संतुलन को बिगाड़ती है। मुख्य अतिथि एचएनएलयू रायपुर के कुलपति प्रो. वीसी विवेकानंदन ने बताया कि शक्तियों के पृथक्करण का विचार सदियों और सभ्यताओं में कैसे आगे बढ़ा है। कहा कि संविधान भारत का एकमात्र साझा धर्म है, एक विविध और जटिल समाज को एक साथ रखने में इसकी भूमिका का एक शक्तिशाली अनुस्मारक था। पंजाब विश्...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.