संभल, जून 19 -- बीते वर्ष 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस की जांच और चार्जशीट में यह स्पष्ट हो गया है कि यह कोई अचानक भड़का दंगा नहीं, बल्कि पूरी तरह से सुनियोजित हमला था। इस हिंसा का असली मकसद अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन की हत्या करना था, जो उस समय सर्वे से जुड़ी कानूनी प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा रहे थे। पुलिस की विवेचना में कॉल डिटेल रिकॉर्ड, घटनास्थल के वीडियो फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही ने इस षड्यंत्र की सच्चाई उजागर कर दी है। इन साक्ष्यों से पता चला है कि शारिक साठा और उसके गुर्गों ने हिंसा को अंजाम देने के लिए पहले से योजना बनाई थी। चार्जशीट के अनुसार, अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन को निशाना बनाना इस हिंसक भीड़ का मुख्य उद्देश्य था। हालांकि, समय रहते वह...