वाराणसी, फरवरी 8 -- वाराणसी। नवग्रह मंदिर सेवा न्यास की ओर से उमरहां में शुक्रवार को भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन हुआ। कथा व्यास पं.विष्णुकांत शास्त्री ने कहा कि संतोष तथा शुचिता से ही भगवद् प्राप्ति हो सकती है। भगवान नारायण की माया के प्रभाव से जीव सांसारिक कर्मों में पूर्ण रूप से लिप्त रहता है। कृष्ण चरित्र का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि त्याग, संतोष और विश्वास होने पर सभी विपत्तियां नष्ट हो जाती हैं। कर्मानुसार फल की व्यवस्था भी भगवान की रहस्यमय लीला है। प्रो.नागेंद्र पांडेय ने नवग्रह मंदिर सेवा न्यास की ओर से कथा व्यास पंडित विष्णुकांत शास्त्री को भागवत मणिरत्न अलंकरण से सम्मानित किया। इस दौरान दिलीप कुमार श्रीवास्तव को ज्योतिष धर्म चक्रचूड़ामणि, हेमराज उपाध्याय और यश त्रिपाठी को ताल मार्तण्ड की उपाधि दी गई। इस मौके पर विकास त्रिप...