वाराणसी, मार्च 22 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। ब्रह्मलीन स्वामी बाणेश्वरानंद तीर्थ महाराज के षोडशी भंडारा के बाद शुक्रवार को दशाश्वमेध स्थित कामरूप मठ में विद्वत सम्मान सभा हुई। वर्तमान महंत स्वामी शुद्धानंद तीर्थ ने विद्वानों का सत्कार किया। इस मौके पर डॉ. रामलखन पाठक ने कहा की संतों ने ही वेद के माध्यम से सनातनी परम्परा को बढ़ाया है। अतः मठों का संरक्षण आवश्यक है। डॉ. विनोद राव पाठक ने कहा कि काशी में संतों की परंपरा अत्यंत प्राचीन है। डॉ. गणेशदत्त शास्त्री ने कहा कि स्वामी बाणेश्वरानंद तीर्थ ने अखिल भारतीय दंडी संन्यासी समाज के अध्यक्ष के रूप में संस्कृत और संस्कृति की अविस्मरणीय सेवा की है। संचालन डॉ. पवन कुमार शुक्ल एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शम्भु शर्मा ने किया। आचार्य विकास दीक्षित, आचार्य संजय उपाध्याय, स्वामी जपीश्वरानंद, स्वामी ब्रह्...