बगहा, फरवरी 14 -- बेतिया,बेतिया प्रतिनिधि। संतुलित उर्वरक प्रयोग से किसान बेहतर उत्पादन हासिल कर सकते हैं। असंतुलित उर्वरक के प्रयोग से उत्पादन के साथ-साथ खेतों की उर्वरा शक्ति घट रही है।सूबे के 70 फ़ीसदी गन्ने की खेती पश्चिम चंपारण में होती है। ऐसे में बेहतर उत्पादन की जिम्मेवारी किसानों के साथ-साथ कृषि विभाग को भी है। उक्त बातें डीएओ प्रवीण कुमार राय ने कही। उन्होंने इण्डियन पोटाश लिमिटेड पटना के तत्वावधान में संतुलित उर्वरक के प्रयोग एवं पोटाश की उपयोगिता के लिए किसान जागरूकता अभियान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सुरेश प्रसाद ने कहा कि जागरूकता अभियान में किसानों को उर्वरक के असली नकली की पहचान बताई जाएगी। विशेष रूप से गन्ने की फसलों में डीएपी, यूरिया, पोटाश के साथ अन्य उर्वरकों की महत्ता को बताया जाएगा। इस अभ...