नई दिल्ली, जून 22 -- रविवार सुबह इजरायल-ईरान संघर्ष में अमेरिका के सीधे कूदने से पूरे विश्व में चिंता की लहर दौड़ गई है। घोषित रूप से अमेरिका ने ईरान के परमाणु उपक्रमों को निशाना बनाया है और इसकी आशंका संघर्ष की शुरुआत से ही जताई जा रही थी। विगत एक सप्ताह से अमेरिकी रुख से यही लग रहा था कि वह संघर्ष में कूदने की पृष्ठभूमि तैयार कर रहा है। अमेरिकी हमले से चिंता चरम पर पहुंच गई है, क्योंकि परमाणु उपक्रमों को निशाना बनाना खतरनाक साबित हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने स्वभाव के अनुरूप ही आगे बढ़कर दावा किया है कि हमले में शानदार सफलता मिली है। दूसरी ओर, ईरान ने बताया है कि फोर्डो, नतांज और इस्फहान में उसके परमाणु प्रतिष्ठानों को कोई बड़ी क्षति नहीं पहुंची है। स्वाभाविक ही, ईरान ने अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा करते हुए इसे अपमानजनक बताया ...