बिजनौर, फरवरी 11 -- 10 दिवसीय श्रीरामकथा के अंतिम दिन कथा वाचक पंडित जितेंद्र कुमार वशिष्ठ ने राम रावण युद्ध का वर्णन करते हुए श्रीराम द्वारा अयोध्या वापस लौटने का प्रसंग सुनाया। कहा कि जब श्रीराम की अयोध्या वापसी की बेला आई तो धर्म-अधर्म के इस युद्ध में उनके साथी रहे नल, नील, जामवंत, हनुमान, सुग्रीव आदि दुःखी हो गए। अपने साथियों की मनः स्थिति को भांपते हुए श्री राम ने उन्हें भी अपने साथ चलने को कहा।तत्पश्चात हवन पूजन के बाद एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।गांव हाफिजाबाद शर्की में चल रही श्री राम कथा के अंतिम दिन कथा वाचक पंडित जितेंद्र वशिष्ठ ने भगवान राम और लंकापति रावण के मध्य हुए भयंकर युद्ध का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि ये युद्ध अश्विन मास की शुल्क पक्ष की तृतीया तिथि से आरम्भ हुआ था। दशमी की त...