बदायूं, जून 11 -- बिसौली, संवाददाता। नगर में चल रही श्रीराम कथा में मंगलवार को कथाव्यास देशपाल भारद्वाज ने राम-सीता विवाह का मनोहारी वर्णन किया। कहा कि एक बार माता सीता ने शिवजी के धनुष को उठा लिया। राजा जनक ने यह देखकर स्वयंवर आयोजित करने की घोषणा करते हुए कहा कि जो भी शिव के धनुष पर प्रत्यंचा से चढ़ाएगा, उसी के साथ वह अपनी पुत्री सीता का विवाह करेंगे। गुरु विश्वामित्र राम लक्ष्मण को साथ लेकर जनकपुर में आयोजित स्वयंवर में पहुंचे। जहां एक वाटिका में सीता माता भगवान श्री राम को मन ही मन अपने पति के रूप में चुन लेती हैं। सरस्वती माता भी भगवान श्रीराम की सुंदरता का वर्णन करने में असमर्थ थी। गुरु विश्वामित्र भगवान श्री राम को धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाने की आज्ञा देते हैं। भगवान श्री राम धनुष को उठा लेते हैं। प्रत्यंचा चढ़ाते ही शिवजी का धनुष भंग ...
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