चंदौली, अप्रैल 13 -- धानापुर। क्षेत्र के शहीद गांव बाजार स्थित मां काली के परिसर में चल रही सप्त दिवसीय श्रीराम कथा के पंचम दिवस पर कथा वाचक पंडित शक्ति तिवारी महाराज ने प्रभु श्रीराम के वन गमन का वर्णन किया। कहा कि अयोध्या में महाराज दशरथ ने घोषणा कर दिया कि राम को राज्याभिषेक करने का समय आ गया है। तब राम सोचने लगे कि मुझे करना कुछ और है। पिताजी कराना कुछ और चाहते हैं। बड़े उदास मन से राम माता कैकेई के कक्ष में गये तो राम की उदासी देखकर माता कैकेई व्याकुल हो गयी। अयोध्या में राम को सबसे ज्यादा कोई प्रेम करता था तो माता कैकेई ही थी। क्यूंकि परमात्मा का घर तो जीव का हृदय ही होता है और माता कैकेई ने राम को अपने हृदय से लगाए रखती थी। उन्होंने केवट प्रसंग में मित्रता का वर्णन करते हुए सुन्दर गीत गायन किया। इसे सुन श्रोता भावविभोर हो गए। इस मौ...