बहराइच, फरवरी 22 -- बहराइच। ग्राम पंचायत तेजवापुर शिव मंदिर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक पंडित श्याम सुंदर शास्त्री ने कहा कि सत्संग की महिमा अत्यंत महान होती है। उन्होंने कथा अंतर्गत नारद जी के पूर्व जन्म की कथा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वह पूर्व जन्म में दासी पुत्र थे। संतो के सानिध्य में आकर उनकी सेवा करके वह ब्रह्मर्षि नारद बन गए। उनका अखिल ब्रह्माण्ड में सम्मान होता है। सारे संसार में वीणा बजाकर धर्म प्रचार करते हुए ईश्वर का गुणानवाद करते हैं। इस प्रकार सत्संग के प्रभाव से दासी पुत्र ब्रम्हा का पुत्र व सर्वपूज्य होने का सम्मान प्राप्त किया। श्रीमद् भागवत कथा जीवन का पथ प्रदर्शक है। कथा में राम करन पांडेय ने प्रेरणापद भजनों की प्रस्तुति की।

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