झांसी, दिसम्बर 30 -- ग्राम पंचायत हरपुरा स्थित राम-जानकी मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में बाल ब्यास प्रिंसी अडजरिया ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई। जिस पर भक्त झूम उठे। उन्होंने कहा कि अहंकार एवं अधर्म समाज के लिए विनाशकारी होता है। जबकि धर्म, भक्ति तथा विवेक के पालने से ही जीवन में स्थायित्व और सच्ची शांति प्राप्त हो जाती है। कथा के दौरान जैसे ही श्रीकृष्ण जन्म की प्रसंगवाणी हुई। वैसे ही कथा पंडाल में मौजूद श्रद्धालु भक्ति में सराबोर होकर नाचने गाने लगे। कथा व्यास ने कहा कि धर्म केवल कर्मकांड तक सीमित नहीं होता है। बल्कि वह मानव को सत्य, संयम, सेवा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देता है। भक्ति से मन निर्मल होता है और विवेक से सही गलत का बोध विकसित होता है। इन तीनों का संतुलन ही व्यक्ति और समाज को सुदृढ़ बनाता है। यदि मानव...