रिषिकेष, सितम्बर 20 -- सुभाष बनखंडी की श्री रामलीला के दूसरे दिन क्षीर सागर और श्रवण लीला का मंचन किया गया, जिसमें देवऋषि नारद को भगवान विष्णु ने धरती पर राजा दरशथ के यहां जन्म लेकर राक्षसों का संहार करने के लिए अवतार लेने की बात बताई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के जयकारे लगाकर खुशी का इजहार किया। बनखंडी स्थित रामलीला मैदान में चल रही रामलीला के दूसरे दिन भारत माता वंदना, क्षीर सागर और श्रवण लीला का मंचन किया गया। क्षीर सागर मंचन में नारद मुनि को भगवान धरती पर अवतरित होने का वचन देते हैं। इसके बाद नारद मुनि सहित अन्य देवताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ती है। इसके बाद श्रवण लीला में श्रवण कुमार अपने माता-पिता को चारों धामों की यात्रा कराने का संकल्प लेते हैं और एक कांवड़ बनाकर उन्हें जंगल के रास्ते ले जाते हैं। इसी बीच माता-पिता को प्...