मधुबनी, नवम्बर 5 -- मधुबनी,हिन्दुस्तान टीम। जिले में बुधवार को देव दीपावली भी मनायी गई। घर एवं मंदिरों में दीप जलाये गये। कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान भोलेनाथ ने त्रिपुरासुर नामक महाभयानक असुर का अंत किया था और वे त्रिपुरारी के रूप में पूजित हुए थे। इसलिए इस दिन देवता अपनी प्रसन्नता को दर्शाने के लिए गंगा घाट पर आकर दीपक जलाते हैं। इसी कारण से इस दिन को देव दीपावली के रूप मनाया जाता है। शहर के ज्योतिषाचार्य डा. सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि दीप दान का बहुत महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन अश्विनी नक्षत्र में शिव शंकर के दर्शन करने से सात जन्म तक व्यक्ति ज्ञानी और धनवान होता है इस दिन चन्द्र जब आकाश में उदित हो रहा हो उस समय शिवा, संभूति, संतति, प्रीति, अनुसूया और क्षमा इ...