लखीसराय, सितम्बर 1 -- कजरा,एक संवाददाता। कजरा एवं पीरी बाजार थाना क्षेत्र में रविवार को आधाष्टमी के अवसर पर श्रद्धालुओं ने राधा रानी की पूरे विधिविधान के साथ पूजा-अर्चना की। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को श्री राधाष्टमी का व्रत रखा जाता है। राधा और कृष्ण दोनों एक-दूसरे के पूरक माने जाते हैं। एक-दूसरे के बिना दोनों का अस्तित्व निरर्थक है। राधाष्टमी के दिन ही राधा रानी का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन को राधा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। आचार्य संजय पाठक ने बताया कि पौराणिक हिन्दू मान्यताओं के अनुसार राधा जी कृष्ण जी से उम्र में बड़ी थीं। जहाँ कृष्ण जी का जन्म भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ था वहीं राधा जी का जन्म भादो माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को हुआ था। शास्त्रों के अनुसार इस दिन व्र...