सिद्धार्थ, मार्च 20 -- सोहना, हिन्दुस्तान संवाद। भनवापुर क्षेत्र के रोहांव बुजुर्ग मछली गांव में चल रहे नौ दिवसीय विष्णु महायज्ञ के चौथे दिन कलाकारों ने धनुष यज्ञ का मंचन किया। इस दौरान प्रभु राम द्वारा शिव धनुष तोड़ते ही दर्शक भाव विभोर हो गए। लीला में दिखाया कि सीता स्वयंवर के दौरान जनकपुर में राजा-महाराजा एकत्र हुए। धनुष का पूजन करने के बाद सीता जी दरबार में गईं। कई राजाओं ने धनुष तोड़ने का प्रयास किया लेकिन सभी असफल रहे। इससे राजा जनक चिंतित हो गए। उन्होंने कहा हे भगवान क्या मेरी बेटी सीता के लिए कोई वर नहीं है। क्या धरती वीरों से खाली है। राजा दशरथ के पुत्र लक्ष्मण ने जनक की बातों को अनुचित बताते हुए उन्हें ललकारा। गुरु विश्वामित्र के निर्देश पर श्रीराम ने शिव धनुष को पलक झपकते ही तोड़ दिया। इससे राजा जनक की चिंता दूर हो गई। दर्शकों ने ...