वाराणसी, अगस्त 7 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। शिव परब्रह्म हैं। शिव को रुद्र नाम से पुकारने का कारण यह है कि वह सभी दुखों का हरण करने वाले हैं। इसी आधार पर शिव का स्वरूप सर्वकल्याणक माना गया है। यह बातें मंगलपीठाधीश्वर स्वामी माधवाचार्य ने कहीं। वह अस्सी स्थित रामजानकी मठ में महारुद्राभिषेक की पूर्णाहुति के उपरांत बुधवार को प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि काशी में सवा ग्यारह लाख चिंतामणि पार्थिव शिवलिंगों के महारुद्राभिषेक का अनुष्ठान शिव कृपा से पूर्ण हुआ है। इस अनुष्ठान के माध्यम से देशभर के संतों-महात्माओं ने काशीपुराधिपति भगवान विश्वनाथ से यह कामना की है कि संपूर्ण संसार का कल्याण करते हुए हमें शांति के मार्ग पर अग्रसर करें। मठ के महंत रामलोचन दास ने कहा कि वर्तमान संदर्भों में विश्व शांति मानव जाति के लिए सर्वाधिक आवश्यक है। इससे प...