सुल्तानपुर, मार्च 22 -- खैराबाद-इसौली और चक्कारी भीत मे अंजुमनो ने किया नौहा-मातम मौलाना ने याद किए इमाम अली के योगदान सुलतानपुर, संवाददाता पहले इमाम हजरत अली की शहादत पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इमाम बारगाह बेगम हुसैन अकबर से जुलूस निकला। अंजुमन जीनतुल अजा बहिशती और अंजुमन गुंचए मजलूमिया ने नौहा-मातम में भाग लिया। मौलाना बबर अली खां ने मजलिस को संबोधित करते हुए हजरत अली के योगदान को याद किया। उन्होंने बताया कि हजरत अली इस्लाम की सभी प्रमुख जंगों में आगे रहे। जंगे बद्र, जंगे ओहद, जंगे खैबर और जंगे खंदक में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। मौलाना ने कहा कि अली की वेलायत इस्लाम का महत्वपूर्ण हिस्सा है। गदीर में अली की वेलायत की घोषणा के बाद ही इस्लाम धर्म पूर्ण हुआ। कार्यक्रम में शाहिद अकबर, डॉ जफर, आसिम सज्जाद, हाजी मुजाहिद अकबर, अज़हर ...