अमरोहा, मार्च 3 -- अमरोहा। गुरुकुल चोटीपुरा में राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन के तहत आयोजित लिप्यंतरण कार्यशाला के तीसरे दिन सोमवार को शारदा लिपि प्रशिक्षण के चार एवं लिप्यंतरण के चार सत्रों को संपन्न किया गया। इसके पहले शारदा लिपि के सभी स्वर एवं व्यंजन सिखाए गए थे। लिपि विशेषज्ञ डा.स्वस्ति शर्मा ने छात्राओं को सभी व्यंजनों के साथ मात्राओं का संयोजन सिखाया। संयुक्त अक्षरों को भी सिखाया। छात्राओं ने सीखा कि संयुक्त अक्षरों का स्वरूप किस तरह बदल जाता है। शारदा लिपि में लिखी पांडुलिपियों के पृष्ठों का वाचन भी किया। देवनागरी में उनका लिप्यंतरण भी किया गया। पांडुलिपि वाचन की शुरुआत शारदा लिपि में लिखित गायत्री मंत्र के साथ की गई। पांडुलिपि संपादन में विशेषज्ञता रखने वाले डा.भवनाथ झा के निर्देशन में छात्राओं ने 'नरपतिजयचर्या एवं 'चंद्रोन्मीलनम् नाम...