नई दिल्ली, जुलाई 15 -- भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की धरती पर सकुशल वापसी इस मायने में तो हर्ष का विषय है ही कि इस अभियान के साथ भारतीय प्रतिभा के दमखम की एक सुनहरी दास्तां मुकम्मल हुई है, बल्कि शुभांशु ने वहां जो प्रयोग किए हैं, उनके लिए भी आने वाली नस्लें उन्हें बार-बार याद करेंगी और उनसे प्रेरणा लेंगी। जाहिर है, पूरा हिन्दुस्तान इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा था और उनके मिशन की कामयाबी के लिए लगातार दुआएं मांग रहा था, क्योंकि जिस तरह से सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर को नौ महीने तक अंतरिक्ष में रुकना पड़ा था, उसके कारण कई तरह की आशंकाएं थीं। बहरहाल, इसरो, नासा और इस मिशन से जुड़े तमाम वैज्ञानिक व तकनीशियन हमारी प्रशंसा के हकदार हैं कि उन्होंने मानव सामर्थ्य का एक नया अध्याय दुनिया के आगे खोला है। अगले एक हफ्ते के एकां...