सहारनपुर, मार्च 13 -- नकुड़ जैन धर्म के अष्टनिहिका पर्व के छठ़े दिन शांतिनाथ भगवान की आठवीं पूजा में 421 अर्घ समर्पित करते हुए पंचमेरू, नंदीश्वर दीप व देवशास्त्र गुरु पूजन किया गया। बुधवार को शांतिनाथ भगवान का पूजन, विधान करते हुए निशांत जैन, वर्धन जैन ने बताया कि मनुष्य की 148 बुरी प्रकृतियों को नष्ट करने के लिए सिद्ध प्रभु एवं शांतिनाथ भगवान की पूजा अर्चना की जाती है। जिसके करने से मनुष्य को उच्चगति की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया कि विधान, पाठ में सुबह से ही जैन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही और सभी श्रद्धालु भक्ति रस में डूबकर भगवान का गुणगान कर रहे थे। इस दौरान मनोज जैन, धीरज जैन, अभिनव जैन, आयुष, वर्धन, संयम जैन, अवनीश, मानस, निशांत जैन, बिल्लू आदि रहे।
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