बागपत, जुलाई 19 -- अमर शहीद बाबा शाहमल सिंह मावी की जन्मस्थली बिजरौल गांव में उनका 168वां शहादत दिवस मनाया गया। इस दौरान यज्ञ और विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें वक्ताओं ने बाबा शाहमल के जीवन पर प्रकाश डाला। आयोजित कार्यक्रम में इतिहासकारों, राजनैतिक, प्रशासनिक और गणमान्य लोगों ने महान क्रांतिकारी को शत-शत नमन कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पहली जंग-ए-आजादी (सन् 1857) में क्षेत्र में क्रांति की मशाल थामने वाले बाबा शाहमल 18 जुलाई 1857 को बड़का के जंगलों में अंग्रेजों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। शुक्रवार को उनके पैतृक गांव बिजरौल में शहीद स्मारक पर सबसे पहले यज्ञ का आयोजन किया गया। इसमें बाबा के वंशज और थांबे चौधरी यशपाल सिंह, देशखाप चौधरी सुरेंद्र सिंह समेत थाम्बा चौधरियों व अतिथियों ने यज्ञ में पूर्णाहुति दी। इसके बाद एक सभा का भी आयोजन ...