प्रयागराज, जुलाई 4 -- प्रयागराज, संवाददाता। माहे मोहर्रम की आठवीं तारीख को हजरत अब्बास की शहादत पर मातमी जुलूस निकाले गए। दरियाबाद से आठवीं मोहर्रम पर साठ वर्ष पुराना जुलूस निकाला गया। मौलाना आमिरुर रिजवी ने शहादत का दर्द बयां किया तो नौहाख्वान शाहरुक शबी हसन ने रौनक सफीपुरी का कलाम पढ़ा। सदा ए या हुसैन या अब्बास की गूंज के बीच जुलूस मस्जिद इमाम रजा पहुंचने पर अकीदतमंदों ने तेज धार छूरियों से मातम किया। जुलूस देर रात हजरत अब्बास पहुंचकर समाप्त हुआ। शबीह आब्दी ने जुलूस में शामिल मातमदारों का शुक्रिया अदा किया। चक जीरो रोड स्थित इमामबाड़ा डिप्टी जाहिद हुसैन में अशरे की आठवीं मजलिस को मौलाना सैय्यद रजी हैदर ने खिताब किया। इसकी शुरुआत मंजर अल हिन्दी की सोजख्वानी से हुई। यहां दर्जनों अलम के साथ जुलजनाह निकाले गए। वहीं रानीमंडी, करैली, करैलाबाग...