लखीमपुरखीरी, सितम्बर 19 -- गोष्ठी में शरदकालीन गन्ना बोआई, सहफसली खेती, वैज्ञानिक तकनीक, और गन्ना विकास योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। ज्येष्ठ गन्ना निरीक्षक आशुतोष मधुकर ने बताया कि 16 से 25 सितम्बर तक गोला परिसर में सर्वे-सट्टा सुधार मेला चलेगा, जो सुधार का अंतिम अवसर होगा। इस दौरान नए सदस्य बनाए जाएंगे और उपज बढ़ोतरी की रसीदें काटी जाएंगी। वरिष्ठ महाप्रबंधक पीएस चतुर्वेदी ने किसानों से शरदकालीन गन्ने की बुआई के साथ आलू, मटर, चना, लाही जैसी सहफसलों को अपनाकर दोहरे लाभ लेने की अपील की। उन्होंने को-0118, 15023, कोलख-14201, कोशा-17231 जैसी उन्नत किस्मों को अपनाने की सलाह दी। प्रबंधक सत्येन्द्र मिश्र ने खेत की गहरी जुताई, लेजर लेवलिंग, तथा बुआई के समय संतुलित उर्वरक प्रयोग पर जोर दिया। साथ ही किसानों से अस्वीकृत व अनामित किस्मों की बुआई...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.