पटना, फरवरी 15 -- शब-ए-बरात पर अकीदतमंदों ने गुरुवार की रात मजारों, कब्रिस्तान पर इबादत की। इसके बाद शुक्त्रवार को रोजा रख कर कर दुआ मांगी। रौशनी से जगमग कब्रिस्तानों व मजारों पर रात भर जायरीनों की भीड़ जुटी रही। मीतनघाट स्थित खानकाह मुनएमिया के सज्जादानशीं सैयद शाह शमीमउद्दीन मुनएमी ने कहाकि इस्लामी दर्शन में यह रात आने वाले वर्ष के निर्णय की रात होती है। जिसमें अल्लाह मनुष्य के जीवन का निर्णय लेते है। आज के दिन गुनाहों से बरी होने के बाद रोजा रखकर नये जीवन की शुरुआत की जाती है। शुक्रवार की शाम अकीदतमंदों ने दुआ के बाद रोजा खोला।

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