जमशेदपुर, मई 17 -- स्वच्छ भारत मिशन के तहत शत-प्रतिशत ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) का दावा करने के बावजूद पूर्वी सिंहभूम जिले की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। जिले के 11 प्रखंडों के 1640 गांवों में से 1435 गांवों को ही अबतक ओडीएफ प्लस घोषित किया जा सका है। शेष 205 गांव अब भी खुले में शौच की समस्या से जूझ रहे हैं। यह खुलासा राज्य सरकार की वित्तीय वर्ष 2024-25 की समीक्षा रिपोर्ट में हुआ है। सबसे चिंताजनक स्थिति बहरागोड़ा और पोटका प्रखंड की है। बहरागोड़ा के 358 गांवों में से 99 और पोटका के 286 गांवों में से 37 गांव अब भी ओडीएफ श्रेणी से बाहर हैं। यह आंकड़े जिले की ओडीएफ योजना की असफलता की ओर इशारा करते हैं। वहीं, घाटशिला, बोड़ाम और मुसाबनी प्रखंड अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में हैं और शत-प्रतिशत लक्ष्य के करीब हैं। जुगसलाई के 17 गांव शौचमु...