मुंगेर, अगस्त 21 -- मुंगेर, हिन्दुस्तान संवाददाता। पादुका दर्शन संन्यास पीठ में चल रहे चातुर्मास अनुष्ठान के अंतर्गत बुधवार को श्रीदेवी भागवत कथा के तीसरे दिन स्वामी गोविंद देव गिरिराज महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि जीवन में सक्षम और सफल बनने के लिए शक्ति की आराधना सबसे प्रभावी साधन है। देवी मां स्वयं कहती हैं - सर्वं मयि स्थितम्, मम विना और कुछ भी सनातन नहीं। यही देवी तत्व का सार है। स्वामी जी ने देवी के लोक मणिद्वीप का विस्तृत वर्णन किया। उन्होंने बताया कि यह द्वीप अमृत सागर के बीच अवस्थित है, जहां असंख्य कल्पवृक्ष और रहस्यमय बालू मौजूद है। इसी दिव्य द्वीप पर देवी मां भुवनेश्वरी स्वरूप में विराजमान हैं। त्रिदेव-ब्रह्मा, विष्णु और महेश उनके दर्शन के लिए वहां जाते हैं। स्वामी जी ने कहा कि देवी मां के चरणों की महिमा इतनी अद्वितीय है कि त...