गाजीपुर, जुलाई 7 -- रेवतीपुर, हिन्दुस्तान संवाद। डेढगावां गांव में साहित्य चेतना समाज की ओर से 'चेतना -प्रवाह' कार्यक्रम के तहत एक सरस काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि समाजसेवी सच्चिदानन्द राय 'चाचा' ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कवि कामेश्वर द्विवेदी की वाणी-वन्दना से काव्यगोष्ठी की शुरुआत हुई। युवा शायर गोपाल गौरव ने गजल प्यार ही बस प्यार हो ऐसी कोई तरकीब कर, गोलियां बारूद मत रख आदमी के वास्ते... सुना कर खूब वाहवाही लूटी। इसी तरह आशुतोष श्रीवास्तव ने वो इंसान था या कागज का पुलिंदा, राशनकार्ड में मर गया, आधार में था ज़िन्दा... सुना कर सोचने पर मजबूर किया। युवा नवगीतकार डॉ. अक्षय पाण्डेय ने नाउम्मीदी में भी हम उम्मीदें पाले हैं, आने वाले हैं, अच्छे दिन आने वाले हैं। हरिशंकर पाण्डेय ने अवते पतोहिया चली गइली विदेशवा, ब...