लखनऊ, जुलाई 25 -- कार्यशाला लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। आईसीयू-वेंटिलेटर पर भर्ती मरीजों में रोगों से लड़ने की ताकत कम हो जाती है। बैक्टीरिया व वायरस मरीज पर आसानी से हमला बोल देते हैं। प्रत्येक मरीज की अपनी प्रतिरोधक क्षमता होती है। लिहाजा प्रत्येक मरीज की बीमारी भले एक हो लेकिन उनके इलाज का तरीक समान नहीं हो सकता है। यह जानकारी केजीएमयू क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अविनाश अग्रवाल ने दी। केजीएमयू के कलाम सेंटर में क्रिटिकल केयर मेडिसिन, प्रिसीजन मेडिसिन एंड इंटेंसिव केयर सोसाइटी, प्रिसिजन मेडिसिन यूनिट, पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर कार्यशाला हुई। डॉ. अविनाश अग्रवाल ने बताया कि वेंटिलेटर पर भर्ती मरीजों को कई खतरे हो सकते हैं जिनमें निमोनिया, फेफड़ों को नुकसान, संक्रमण और दवा के दुष्प्रभाव शामिल हैं। कभी-कभी फेफड़े कम...