कौशाम्बी, जून 23 -- चायल ब्लाक परिसर में सोमवार को डीडीओ की अध्यक्षता में बैठक की गई। इस दौरान मनरेगा कर्मियों को वृहद पौधरोपण के लिए प्रशिक्षित किया गया। मास्टर ट्रेनर तकनीकी सहायक विनीत पांडेय ने पौधरोपण के लिए गड्ढा खोदाई समेत पौधों को संरक्षित करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तालाब, नहर आदि जगहों पर पौधरोपण करना चाहिए। कार्यक्रम के नोडल जिला विकास अधिकारी सुखराज बंधु ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के लिए पौधरोपण आवश्यक है। इसके लिए स्थानीय संसाधनों, आधुनिक तकनीकों और सामुदायिक भागीदारी के साथ पौधरोपण को प्रभावी बनाया जा सकता है। पौधरोपण से शुद्ध हवा, जल संरक्षण, और जैव विविधता में वृद्धि के साथ साथ लकड़ी, फल, और औषधीय उत्पादों से आय भी की जा सकती है। पेड़ों से मानसिक शांति और प्रदूषण में कमी व ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ जाती...