मिर्जापुर, दिसम्बर 20 -- मिर्जापुर। नगर के बरौंधा कचार में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पं. विष्णुधर द्विवेदी ने भगवान ने 24 अवतारों का उल्लेख किए। उन्होने परीक्षित जन्म की कथा सुनाई। परीक्षित श्राप के साथ भगवान शुकदेव के आगमन और परीक्षित के मोक्ष का साधन रूपी श्रीमद् भागवत कथा सुनाई। उन्होने कहाकि दक्ष जैसा प्रजापतियों का अध्यक्ष भी भगवान शिव से रहित यज्ञ को करने के उपरांत उसका यज्ञ सफल नहीं हो पाया। बेटी सती के मरण का कारण बना। इसके बाद वीरभद्र भगवान ने दक्ष यज्ञ विध्वंस किया। सती का जन्म हिमवान के यहां हुआ और देवाधिदेव महादेव के साथ सुंदर पाणिग्रहण संस्कार हुआ। इस अवसर पर गिरीश चंद्र श्रीवास्तव, गीता श्रीवास्तव, सुरेश चंद्र श्रीवास्तव, अनिल कुमार, मंजुला, प्रदीप कुमार, देवी प्रसाद, छवि शंकर त्रिपाठी मौजूद रहे।

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