बगहा, जनवरी 28 -- बेतिया। पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में जानवरों के शिकार पर लगाम से स्थानीय आदिवासियों को रोजगार मिल रहा है। जानवरों के शिकार पर लगाम कसने के लिए वीटीआर प्रशासन ने एपीसी (शिकार निरोधी शिविर) में बढ़ोत्तरी की है। इस शिकार निरोधी शिविर में स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देकर एपीसी कर्मी के रूप में तैनाती की गई है। लगभग 901 स्क्वॉयर वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले वन क्षेत्रों की सघनता को बढ़ाने व बाघ सहित अन्य पशु-पक्षियों की सुरक्षा के लिए शिकार निरोधी शिविरों की संख्या में बढ़ाने पर पूर्व से काम चल रहा था। अब शिकार निरोधी शिविर 40 से बढ़कर 63 हो गयी है। एपीसी के साथ वॉच टावरों को भी एक ही बहुमंजिले भवन में समाहित कर दिया गया है। इससे अधिकारियों को सुरक्षा प्रणाली की मॉनिटरिंग करने में सहुलियत मिल रही है। 2...