जमुई, जून 2 -- जमुई, नगर प्रतिनिधि विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर श्वेत क्रांति और वर्गीज कुरियन विषय पर नगर परिषद स्थित आनंद विहार कॉलोनी सिरचंद नवादा में एक परिचर्चा आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता केकेएम कॉलेज स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गौरी शंकर पासवान ने की। अपने अध्यक्षीय प्रबोधन में डॉ. पासवान ने कहा कि भारत ने 1998 में अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में दुग्ध उत्पादन में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। तब से लगातार दूध उत्पादन के मामले में विश्व का सिरमौर्य बना हुआ है। वर्ष 2023-24 में भारत में दुग्ध उत्पादन करीब 249 मिलियन टन हुआ था। आज भारत विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक देश के रूप में जाना जाता है। आज जो गांव गांव में समृद्धि आई है, उसकी चाबी दूध ही है। दूध क्रांति ने अंधेरे गांवों को को उजाला कर दिया है। दूध की शक्...