नई दिल्ली, जून 14 -- तब द्वितीय विश्व युद्ध चरम पर था। विध्वंस की दर्दनाक खबरों से अखबार सने रहते थे। हवाई जहाजों का इस्तेमाल सफर के लिए कम और युद्ध के लिए ज्यादा हो रहा था। कनाडा में भी अक्सर आसमान से यान तेजी से गुजरते थे और कोलाहल गूंज उठता था। एक दिन ऐसा ही कोलाहल गुजर रहा था, पर तभी बहुत तेज धमाके के साथ सेना के दो विमान टकरा गए थे, उनका मलबा जमीन पर आ गिरा था। फिर क्या था, देखने वालों का तमाशा लग गया। जिसे देखो, वही देखने दौड़ा जा रहा था। पास ही चल रहे स्कूल में एक बच्चे का मन भी मचल उठा। पता नहीं, पास से विमान कैसा दिखता है और उसमें भी आपस में टकराए विमान कैसे दिखते हैं? वह आठ वर्षीय बालक खुद को रोक न सका, जैसे ही स्कूल में दूसरी घंटी बजी, उसे मौका मिल गया, वह अपने एक साथी के साथ चुपचाप कक्षा से निकल भागा। दोनों बच्चे ऐसे दौड़े, मा...