नई दिल्ली, अगस्त 31 -- लोकतंत्र की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वह सरकार की नीतियों और कार्यों पर निगरानी रखता है, उसकी गलतियों को उजागर करता है और जनता के हितों की रक्षा के लिए सकारात्मक सुझाव पेश करता है। यदि विपक्ष मजबूत और जिम्मेदार हो, तो लोकतंत्र और अधिक सशक्त बनता है। मगर आज की राजनीति में यह देखने को मिल रहा है कि विपक्ष अपनी रचनात्मक भूमिका निभाने के बजाय कुतर्कों और निरर्थक आलोचनाओं में उलझकर स्वयं ही महत्वहीन होता जा रहा है। विपक्ष का काम केवल विरोध करना नहीं होता, बल्कि रचनात्मक सुझाव देना भी उसकी जिम्मेदारी होती है। मगर आजकल विपक्ष के कई नेता तथ्यों को पुष्ट किए बिना केवल सत्ता पक्ष की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से विवादित बयानबाजी करते रहते हैं। वे हरेक मुद्दे ...