नई दिल्ली, अगस्त 24 -- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन जिस वक्त भारत में अपने नए राजदूत के नाम का एलान कर रहा था, लगभग उसी समय भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मॉस्को की धरती से जो कुछ कहा, उसके गहरे निहितार्थ हैं। विदेश मंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि रूस से तेल खरीदने का फैसला भारत का अपना है और इसके बारे में वह स्वतंत्र निर्णय लेना जारी रखेगा। जिन मुल्कों को भारत से तेल खरीदने में परेशानी है, वे न खरीदें। उन्हें कोई मजबूर नहीं कर रहा। गौरतलब है, रूस से तेल खरीद को लेकर अमेरिका नई दिल्ली पर दबाव बनाना चाहता है, बल्कि उसने इसी बहाने से उस पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ भी लाद दिया है। यह शुल्क चंद दिनों में लागू होने वाला है। इस नाजुक मोड़ पर जयशंकर का ताजा बयान भारतीय रुख की सशक्त अभिव्यक्ति है। रूस से तेल खरीदने के भारतीय कद...
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