नई दिल्ली, मई 21 -- दूरसंचार विभाग ने साइबर अपराध व वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने के लिए वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक (एफआरआई) को साझा करने का ऐलान किया है। यह डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीपीआई) के रूप में तैयार बहुआयामी विश्लेषणात्मक उपकरण के रुप में आउटपुट देने का काम करता है जो साइबर धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए वित्तीय संस्थानों को सशक्त बनाता है। इसके जरिए साइबर सुरक्षा और सत्यापन जांच में तेजी आएगी। उन नंबरों को पहचान तत्काल हो सकेगी, जिनका इस्तेमाल साइबर अपराधा या वित्तीय धोखाधड़ी में किया जा रहा है। बुधवार को केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधियाा ने सोशल मीडिया एफआरआई को लेकर जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा कि धोखाधड़ी वाले भुगतान के खिलाफ भारत का कवच पेश किया जा रहा है। मेरी टीम ने एफआरआई पेश किया है। यह वास्तविक समय में धो...