मुरादाबाद, जून 9 -- हिंदू कॉलेज मुरादाबाद में दस दिवसीय योग कार्यक्रम के तहत सोमवार को योग प्रभाव के परिप्रेक्ष्य में योग संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ़ बीके तिवारी ने कहा कि 'योग: चित्त वृत्ति निरोध:' अर्थात मन की वृत्तियों का निरोध या संयम ही योग है। साथ ही उन्होंने कहा कि योग विचलित मन को एकाग्रता प्रदान करता है। समाजशास्त्र के प्राध्यापक डॉ़ एसबी यादव ने कहा कि योग सर्व धर्मोंपरि है इसलिए इसके सही अर्थ को समझने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि योग नियमित दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए। हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ़ उन्मेष कुमार सिन्हा ने कहा कि योग ऊर्जा को संचित करने का माध्यम है। यह नकारात्मक ऊर्जा को विसर्जित करता है और सकारात्मक ऊर्जा को संचित करने में सहायता प्रदान करता है। इस अवसर पर...