नई दिल्ली, अक्टूबर 29 -- एन के सिंह, अध्यक्ष, 15वां वित्त आयोग एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने की बिहार की कोशिशें अनवरत जारी हैं। सत्ता में आने वाली हर सरकार इस मुश्किल लक्ष्य को पाने का वायदा करती है। उससे उम्मीदें बहुत लगाई जाती हैं, लेकिन नतीजा आमतौर पर निराशा के रूप में ही हासिल होता है। अपने पिता के समय से ही मैं इन कवायदों को देखता रहा हूं। मेरे अपने कार्यकाल में भी (फिर चाहे बिहार में रहकर सेवा करते हुए या फिर दिल्ली में, और बाद में राज्यसभा में बिहार का प्रतिनिधित्व करते हुए एक सांसद के रूप में) यह सपना दिवास्वप्न लगता था। मगर इस बार हालात अलग हैं। अब निराशा नहीं, उम्मीद दिख रही है। वाकई, बिहार बड़े बदलावों के मुहाने पर खड़ा है। इसे इस एक वाक्य से समझ सकते हैं कि भारत जहां दुनिया में सबसे तेजी से विकास करने वाला देश होने पर गर्व करता...